PM Kisan Samman Nidhi | ई-साइन और ई-केवाईसी के लिए नया ऐप लॉन्च

भारत सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधि( PM Kisan Samman Nidhi) योजना के लाभार्थियों के लिए एक नई सुविधा प्रदानकरने का निर्णय किया है। इस नई सुविधा के रूप में, एक नया “पीएम किसान ऐप” लॉन्च किया जा रहाहै जो किसानों को ई-साइन और ई-केवाईसी के लिए सुरक्षित और सुविधाजनकारी प्रदान करेगा। इस ऐपके माध्यम से, किसान अपने कृषि योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे और अपनी जरूरतों के लिए आवश्यकदस्तावेजों को ई-साइन कर सकेंगे। इस लेख में, हम जानेंगे कि इस नए पीएम किसान ऐप के माध्यम से किसानों को कैसे राहत मिलेगी और वे ई-साइन और ई-केवाईसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं।

पीएम किसान (PM Kisan Samman Nidhi)ऐप के फायदे | The Benefits of PM Kisan App

  1. ई-साइन सुविधा:
    इस ऐप के माध्यम से, किसान अपनी कृषि योजनाओं के लिए ई-साइन कर सकते हैं जिससे उन्हें
    किसी भी केंद्र या बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
  2. ई-केवाईसी प्रक्रिया:
    ई-केवाईसी के माध्यम से, किसान अपनी पहचान को स्थापित कर सकते हैं और योजना के लाभ
    का अधिक उपयोग कर सकते हैं।
  3. सुरक्षित और आसान एप्लिकेशन:
    पीएम किसान ऐप एक सुरक्षित और आसान एप्लिकेशन है जिससे किसानों को योजना से जुड़ी
    सभी सुविधाएं स्थापित करने में मदद मिलेगी।

कैसे करें ऐप का उपयोग | How to use the app

  1. ऐप डाउनलोड करें:
    पहले, किसानों को पीएम किसान (PM Kisan Samman Nidhi) ऐप डाउनलोड करना होगा जो आधिकारिक पोर्टल से उपलब्ध
    होगा।
  2. लॉग इन और पंजीकरण:
    ऐप में लॉग इन करने के लिए और पंजीकरण करने के लिए आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
  3. कृषि योजनाओं का लाभ उठाएं:
    एप्लिकेशन के माध्यम से, किसान अपनी कृषि योजनाओं से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त करें और
    ई-साइन करें।

नई एप्लिकेशन में ई-केवाईसी कैसी होगी? | How will E-KYC be in the new application?

  1. सुरक्षित लॉगिन: नए एप्लिकेशन PM Kisan Samman Nidhi) में, किसानों को सुरक्षित लॉगिन के लिए विशेष उपायों से लैस किया
    गया है, ताकि कोई भी अनधिकृत पहुंच नहीं पा सके।
  2. ई-केवाईसी प्रक्रिया:
    किसान को एप्लिकेशन में लॉगिन करने के बाद, ई-केवाईसी प्रक्रिया का आरंभ होगा। इसमें
    किसान को अपनी पहचान साबित करने के लिए आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी।
  3. बायोमेट्रिक्स स्कैन: किसान को अपनी बायोमेट्रिक्स जानकारी स्थानीय बैंक या योजना के केंद्र में स्कैन
    करनी होगी ताकि उनकी पहचान सही रूप से स्थापित हो सके।
  4. आधार लिंक: ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान, किसानों को अपना आधार कार्ड लिंक करने का भी विकल्प
    दिया जा सकता है, ताकि सीधे आधार से जुड़े लाभांश प्राप्त किए जा सकें।
  5. ई-साइन: एक बार जब पहचान स्थापित हो जाएगी, तो किसान को ई-साइन करने का भी विकल्प हो
    सकता है। इससे वे अपनी योजना के लाभांश को स्वीकृत कर सकते हैं बिना किसी पेपरवर्क के।
  6. सुविधाजनकारी प्रदान: नई एप्लिकेशन में सभी जानकारी और प्रक्रियाएं सुविधाजनकारी से भरी
    जाएंगी ताकि किसान इसे आसानी से समझ सकें और सही रूप से उपयोग कर सकें।

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